महज 20 मिनट का समय और छे जानें ले ली गई है। किसी को लाठी डंडों से पीटकर मारा गया तो किसी को सीटू और पत्थरों से कूंच दिया गया। वो मंजर शायद हम अपनी आँखों से अगर सोचे तो हमारे दिमाग पर तैरता फिरेगा, लेकिन उसकी जरूरत नहीं है, क्योंकि अब उसमें नया अपडेट आया है। और अपडेट ये है की अब दलितों के नेता कहे जाने वाले चंद्रशेखर रावण ने सीएम योगी को कुछ सीख दी है। टैक्स पर पोस्ट करते हुए चंद्रशेखर रावण ने लिखा है कि का कर्तव्य होता है कि वो अपने राजधर्म का पालन करें और आपको भी राजधर्म का पालन करना चाहिए और कैसे करना चाहिए? उन्होंने यह भी बताया है कि आप सभी को एक निगाह से देखें, सभी को समान रूप से देखे क्योंकि आप शासक है। अगर एक प्रकार दवाई होती है तो दोनों तरफ पर की जानी चाहिए क्योंकि जानें दोनों तरफ से गयी है। इसके पहले आपको बता दें कि अखिलेश यादव ने भी ट्वीट कर यह सलाह दी थी कि अगर कुछ इस तरीके की कार्रवाई जो एक ही तरफ की जाती है तो इससे समाज में नफरत फैलेगी और कहीं ना कहीं ये हिंसा को बढ़ावा देने वाली चीज़ होगी। आपको बता दें कि महज 20 मिनट का वो समय था जिसमें छह लोगों की निर्मम जान ली गई थी।
इसमें सीटू और पत्थरों और डंडों का इस्तेमाल किया गया था। कुछ भीड़ भी इकट्ठा हुई थी एक तरफ से और एक तरफ से ये बोला जा रहा है कि दुबे परिवार की तरफ से पहले प्रेमचंद्र यादव की जान ली गई थी। प्रेमचंद यादव के बाद होता यूं है के सत्यप्रकाश दुबे के परिवार वाले बाहर खड़े रहते हैं। उनमें 10 साल की बच्ची और बच्चे भी शामिल थे। उन लोगों की भी निर्मम जान ले ली जाती है जिसके तस्वीरें कल ही आती है। इसके बारे में हमने आपको जानकारी दे दी थी, लेकिन आज चंद्रशेखर रावण ने ये ट्वीट करके सबको हैरान कर दिया है। क्योंकि अब वो एक बार फिर से यूपी की राजनीति में एंट्री मारने वाले हैं। कुछ दिनों पहले तक रावण शांत थे और राजस्थान, मध्यप्रदेश की तरफ कूच कर रहे थे।
लेकिन अब यूपी में भी एक तरीके से देखा जा रहा है कि जैसे जैसे लोकसभा चुनाव आ रहा है, नए नए नेताओं का उभरना शुरू हो रहा है। फिर से और चंद्रशेखर रावण के स्पीड से क्या फर्क पड़ता है ये तो समय बताएगा, लेकिन योगी आदित्यनाथ ने पहले ही निर्देश दे दिया था कि जो भी लोग इसमें गुनहगार हैं, उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिले गी और 15 से 16 स्टाफ को सस्पेंड किया गया था। अब खबर ये कल आई थी कि सत्यप्रकाश दुबे को कोई विरोधी में जो थे, प्रेमचंद यादव उनके घर पर नोटिस चस्पा किया गया है। इसके बाद कई सारे सवाल खड़े हो रहे थे। कुछ नेताओं का यह मानना था
एक केवल प्रेम चंद यादव के घर पर एकतरफा कार्रवाई क्यों हो रही है? क्योंकि गलती दोनों तरफ की थी। पहले जान लेने वालों में सत्यप्रकाश दुबे का परिवार था। इसके बाद ही उनके परिवार की जान ले गई तो ऐसे में क्यों न कार्रवाई दोनों तरफ की जाए? आपको बता दें कि सत्यप्रकाश दुबे के परिवार में महज एक छोटा सा बच्चा और एक से 18 साल का एक और बेटा बचा हुआ है जो हर रोज़ चीख चीखकर ये कह रहा है की मेरे परिवार के गुनाहगारों को सजा कब गायकी और इधर प्रेमचंद यादव की पत्नी कह रही है कि क्यों ना वो जो बच्चा बच्चा हुआ है उसको फांसी दे दी जाए। अगर उसे आप लोग नहीं छुएंगे तो हम काफी है उसके लिए। हालांकि प्रेमचंद यादव की पत्नी ने सीएम योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई थी कि कम से कम कांड के लिए जिन लोगों को उनके परिवार के लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उन्हें रिलीज कर दिया जाए ताकि अपने पति का कर्मकांड में करवा सकूँ। आपको बता दें कि प्रेमचंद यादव जो मुख्य आरोपी हैं, इस घटना के उनके घर पे ही कल ही नोटिस चस्पा किया गया था, जिनमें सरकार के जो शासनिक लोग हैं, उन्होंने कहा था कि प्रेमचंद यादव ने ज़ीरो पॉइन्ट 006 हेक्टेयर भूमि पर कब्जा किया है, जो सरकारी है यानी ज़ीरो पॉइन्ट 01 विश्वा, जिसकी कीमत होती है 31,600 कुछ रुपए उसे इनके परिवार को जमा करना होगा, जिसके बाद रुक सकता है। फिलहाल इस खबर में इतना ही बाकी की अपडेट के लिए बने रहिएगा।